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(प्रचंड धारा) रायपुर… अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ रही है। यह हम नहीं बल्कि, प्रबंधन का मानना है। दरअसल प्रबंधन ने दिसंबर 2022 से लेकर जून 2023 तक जितनी बार बाघ व बाघिन ट्रैप कैमरे में कैद हुए हैं, उसके आधार पर बाघिनों की संख्या छह है और दो नर हैं। इनकी तस्वीर 24 बार कैद हुई। किसी की एक बार तो किसी की चार से पांच बार कैमरे ने फोटो खींची है।

अचानकमार को टाइगर रिजर्व इसलिए घोषित किया गया, क्योंकि यहां बाघ हैं। हालांकि शुरू से ही बाघों की संख्या को लेकर प्रबंधन को पर्यटक व आम लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इन्हीं से बचने और हकीकत में यहां कितने बाघ- बाघिन है, यह आंकड़ा फोटो समेत उजागर करने के लिए प्रबंधन ने हरसंभव प्रयास किया।

अब तक यहां बाघों की संख्या पांच ही थी। बीच में सूरजपुर वन मंडल से एक बाघिन को रेस्क्यू कर यहां छोड़ा गया है। इसमें रेडियोकालर भी लगाया गया है। इसकी वजह से उसकी पल- पल की गतिविधियां कैमरे में कैद हो रही है। इतना ही नहीं, एक ही बाघ या बाघिन बार-बार नजर आने पर संख्या में कोई गलती न हो इसके लिए प्रबंधन ने सभी की नबरिंग कर रखी है। नंबर एकेटी यानी अचानकमार टाइगर के नाम से हुई है।


प्रबंधन के पास एकेटी-1 से लेकर आठ तक के बाघों की फोटो व रिकार्ड उपलब्ध है। हाल ही में सात महीने का एक और रिकार्ड तैयार किया गया है। इसमें आठ बाघ व बाघिन होने की पुष्टि हुई है। प्रबंधन ने इसे साझा भी किया है।


14 साल पहले टाइगर रिजर्व घोषित
वर्ष 2009 में अचानकमार को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। इस लिहाज से अचानकमार को टाइगर रिजर्व बने 14 साल हो गए हैं। इन 14 सालों में प्रबंधन को लग रहा है कि यहां बाघों की संख्या बढ़ रही है। शुरुआत में जब आकलन करने के लिए ठोस साधन नहीं थे, तब बाघों की संख्या कभी 18 तो कभी 20 बताई जाती थी।


अब आकलन का स्वरूप बदला गया है, इसमें सबसे प्रमुख ट्रैप कैमरे हैं। इन कैमरों की खासियत है कि इसके सामने से बाघ या बाघिन गुजरते ही यह आटोमेटिक क्लिक हो जाता है। अब इसका उपयोग बड़े पैमाने पर होने लगा है। इसके कारण सही संख्या सामने आने लगी। सबसे अच्छी बात यह है कि बाघों को टाइगर रिजर्व का रहवास पसंद आ रहा है।

इसलिए बढ़ रही संख्या
टाइगर रिजर्व प्रबंधन का दावा है कि यदि बाघों की संख्या बढ़ रही है, तो उसके पीछे बेहतर प्रबंधन है। सुरक्षा के साथ घास के मैदान का तेजी से विकास हुआ है। इसके अलावा सबसे बड़ी वजह से प्राकृतिक जलस्त्रोत है। वर्तमान में एटीआर के अंदर 500 से अधिक जलस्त्रोत है। इनमें सालभर पानी रहता है। अचानकमार टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर विष्णु नायर के अनुसार आठ बाघों में छह मादा है। एकेटी- 15 नाम का नर बाघ जिसकी तस्वीर दिसंबर 2022 में ली गई थी। वह कान्हा टाइगर रिजर्व से हैं। इसका नाम कान्हा में टी-100 रखा गया था। इसका जन्म 2016 में हुआ था। मादा बाघों का उच्च अनुपात अचानकमार टाइगर रिजर्व के भीतर बाघों की आबादी में और वृद्धि की उम्मीद दे रहा है।

जानिए कौन से बाघ की तस्वीर कब-कब हुई कैद
एकेटी-02 मादा – 16 फरवरी , 03 मार्च, 26 मार्च , 10 मई व 27 मई
एकेटी-08 मादा – 5 फरवरी , 26 फरवरी , 5 मार्च , 12 मई व 19 फरवरी
एकेटी-09 नर – 26 फरवरी, 17 फरवरी, 20 फरवरी, 1 अप्रैल व 25 मई
एकेटी-13 मादा – 25 फरवरी
एकेटी-14 मादा – 3 मार्च, 11 मई, 14 मई, 16 फरवरी
एकेटी-15 नर – 16 दिसंबर
एकेटी-16 मादा – 29 मई
एकेटी-17 मादा – 6 जून व 11 जून